ट्रम्प के लिए जेफरी एप्स्टीन की चुनौती: एक ऐसा तूफान जो थमने का नाम नहीं ले रहा

जेफरी एप्स्टीन

वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में इस सप्ताह भी जेफरी एप्स्टीन से जुड़ा विवाद छाया रहा, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक अनसुलझी पहेली बन गया है। भले ही ट्रम्प ने इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी हो – चाहे वह एनएफएल टीम के नाम को लेकर हो या 2016 के चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के लिए ओबामा प्रशासन पर हमला बोलना – एप्स्टीन गाथा अपने ही वेग से आगे बढ़ रही है और उनके सभी प्रयासों को धता बता रही है।


 

क्यों नहीं थम रहा जेफरी एप्स्टीन बवाल?

यह सवाल कई लोगों के मन में है कि आखिर एप्स्टीन का मामला ट्रम्प की अन्य बड़ी नीतियों या संविधान को चुनौती देने वाले उनके फैसलों से भी ज़्यादा चर्चा में क्यों बना हुआ है। किसी भी राष्ट्रपति के लिए, जो घोटाले लगातार उबाल पर रहते हैं और आसानी से खत्म नहीं होते, वे हमेशा खतरे की घंटी होते हैं, फिर चाहे उस राष्ट्रपति की ‘टेफ्लॉन’ छवि कितनी भी मजबूत क्यों न हो।

इस विवाद के इतनी ज़ोर पकड़ने का एक बड़ा कारण MAGA (Make America Great Again) दर्शन में निहित है। यह विचार कि खुफिया एजेंसियां और सरकारी अभिजात वर्ग मिलकर एक अमेरिकी “डीप स्टेट” चला रहे हैं, जो बाल यौन तस्करी जैसे संवेदनशील मुद्दों की सच्चाई को छुपा रहा है, इस विवाद को हवा दे रहा है। जब ट्रम्प के अधिकारियों ने इस ‘साजिश’ को निराधार बताया, तो इससे MAGA आंदोलन के भीतर के कट्टरपंथी साजिशकर्ताओं की आशंकाएँ और मजबूत होती दिखीं।


read :- President Donald Trump से जुड़े नए खुलासे: एक पत्र में अश्लील चित्रण और एपस्टीन से कथित बातचीत का खुलासा

ट्रम्प की राजनीतिक बिसात और जनमत

एप्स्टीन मामले ने अब राजनीतिक दलों के बीच भी अजीबोगरीब तालमेल बिठा दिया है। डेमोक्रेट्स अब MAGA कार्यकर्ताओं की तरह ही एप्स्टीन मामले में पूर्ण पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं, जिससे ट्रम्प पर दबाव बढ़ रहा है। मिनेसोटा की डेमोक्रेटिक सीनेटर एमी क्लोबुचर ने ट्रम्प प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह “उनकी अपनी करनी” है, क्योंकि जब एप्स्टीन पर ये आरोप लगे और वह जेल गए, तब ट्रम्प ही राष्ट्रपति थे।

मौजूदा जनमत सर्वेक्षण भी ट्रम्प के लिए चिंता का विषय हैं। उनकी अनुमोदन रेटिंग अब 40% के निचले स्तर पर पहुँच गई है, और उनकी कठोर निर्वासन नीतियों को लेकर जनता में चिंता बढ़ रही है। सीएनएन/एसएसआरएस के एक नए सर्वेक्षण से पता चला है कि 55% अमेरिकी मानते हैं कि ट्रम्प ने अपने निर्वासन के साथ “बहुत आगे” बढ़ गए हैं। ये आंकड़े डेमोक्रेट्स को एक संभावित राजनीतिक अवसर प्रदान कर सकते हैं।

हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि MAGA आंदोलन में तीव्र आंतरिक कलह के बावजूद, एप्स्टीन का मामला अधिकांश ट्रम्प समर्थकों के लिए ‘डील-ब्रेकर’ नहीं दिख रहा है। एक सीबीएस न्यूज सर्वेक्षण में जीओपी मतदाता इस मामले को लेकर समान रूप से विभाजित पाए गए, जिसमें अधिकांश MAGA रिपब्लिकन संतुष्ट थे। फिर भी, रिपब्लिकन कार्यालय धारकों को एप्स्टीन के सवालों का जवाब देने में मुश्किल हो रही है, जिससे यह संकेत मिलता है कि राजनीतिक प्रभाव शुरू में उम्मीद से अधिक गहरा हो सकता है।


 

ट्रम्प के पैंतरे और जोखिम

ट्रम्प इस तूफान को शांत करने के लिए अपने चिर-परिचित पैंतरे आजमा रहे हैं। उन्होंने बार-बार ध्यान भटकाने की कोशिश की है, जैसे कि एनएफएल की वाशिंगटन कमांडर्स टीम को “रेडस्किन्स” के रूप में वापस लाने की मांग करना, या 2016 के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के लिए ओबामा प्रशासन पर “देशद्रोह” का आरोप लगाना। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को एफबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने का एक एआई-जनित वीडियो भी साझा किया। यह सब उनके समर्थकों को उत्साहित करने और अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने का एक तरीका है।

लेकिन एप्स्टीन मामले में ट्रम्प के स्वयं के बयानों से ही जोखिम बढ़ गया है। उनकी लगातार बयानबाजी और यह दावा कि किसी को भी एप्स्टीन की परवाह नहीं है, आलोचकों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की हालिया रिपोर्ट, जिसमें 2003 में एप्स्टीन को ट्रम्प के नाम वाले एक कथित नोट सहित कुछ पत्र मिलने का जिक्र है, ने आग में घी डालने का काम किया है। ट्रम्प ने इस रिपोर्ट को “फर्जी” बताते हुए अखबार पर $20 बिलियन का मानहानि का मुकदमा दायर किया है, जिससे यह मामला और भी सुर्खियां बटोर रहा है।

प्रशासन के भीतर भी एप्स्टीन मामले ने असहज स्थिति पैदा कर दी है। महान्यायवादी पाम बॉन्डी ने पहले एप्स्टीन की क्लाइंट सूची को लेकर अपेक्षाएं बढ़ा दी थीं, लेकिन उनके मामले को संभालने में हुई गलतियों ने ट्रम्प को राजनीतिक जोखिम में डाल दिया है। इसी तरह, उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, जो ट्रम्प के साथ जुड़ने से पहले एप्स्टीन फाइलों पर अधिक पारदर्शिता की मांग कर रहे थे, अब वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को खारिज कर रहे हैं। ट्रम्प के सहयोगियों के लिए भी ‘डीप स्टेट’ का सदस्य न माने जाने का दबाव बना हुआ है।


 

निष्कर्ष: क्या यह तूफान थम जाएगा?

यह कहना अभी मुश्किल है कि एप्स्टीन का मामला ट्रम्प के लिए एक अस्थायी तूफान साबित होगा या उनके राष्ट्रपति पद पर एक वास्तविक लागत डालेगा। ट्रम्प अपनी पुरानी राजनीतिक चालों में उतर गए हैं, लेकिन यह तथ्य कि उन्हें ध्यान भटकाने के लिए इन पैंतरों का सहारा लेना पड़ रहा है, यह दर्शाता है कि वे खुद भी इस जटिल समस्या का कोई आसान समाधान नहीं ढूंढ पा रहे हैं।

क्या ट्रम्प अंततः इस तूफान को शांत कर पाएंगे, या यह उनकी राजनीतिक यात्रा में एक स्थायी निशान छोड़ जाएगा? इस सवाल का जवाब आने वाले समय में ही मिल पाएगा।

1 comment

Post Comment

You May Have Missed