भारतीय शेयर बाजार में त्वरित वाणिज्य (Quick Commerce) क्षेत्र को लेकर निवेशकों का उत्साह एक बार फिर चरम पर है। इसकी मुख्य वजह Zomato की पैरेंट कंपनी Eternal (पहले Zomato) के त्वरित वाणिज्य प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट (Blinkit) के पहले तिमाही (Q1) के शानदार नतीजे हैं, जिन्होंने पूरे सेक्टर में आशावाद की लहर दौड़ा दी है। ब्लिंकिट के मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित होकर, बाजार में सूचीबद्ध प्रमुख फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेयर स्विगी (Swiggy) के शेयरों में मंगलवार को लगभग 5% का उछाल देखा गया।
ब्लिंकिट का दमदार प्रदर्शन: ब्लिंकिट के Q1 के नतीजे उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं। कंपनी ने न केवल मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है, बल्कि नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) के मामले में उसने पहली बार अपनी पैरेंट कंपनी Zomato के मुख्य फूड डिलीवरी कारोबार को भी पीछे छोड़ दिया है। Q1 में ब्लिंकिट ने ₹2,400 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया, जो Zomato के फूड डिलीवरी कारोबार के ₹2,261 करोड़ से ज़्यादा है। यह आंकड़ा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच त्वरित वाणिज्य की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
ब्लिंकिट के इस जबरदस्त प्रदर्शन ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है कि त्वरित वाणिज्य क्षेत्र, जो पहले लाभप्रदता को लेकर सवालों के घेरे में था, अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आ गया है। इस मजबूत प्रदर्शन के बाद, कई ब्रोकरेज फर्मों ने Eternal (Zomato) के लिए अपने लक्ष्य मूल्य (target price) बढ़ा दिए हैं और अपनी रेटिंग्स को भी अपग्रेड किया है। उदाहरण के लिए, जेफरीज ने Eternal को “खरीदें” (Buy) रेटिंग के साथ ₹400 का लक्ष्य मूल्य दिया है, जिसमें ब्लिंकिट की प्रतिस्पर्धी स्थिति और विकास क्षमता को कम करके आंका गया था।
स्विगी के शेयरों पर सकारात्मक प्रभाव: हालांकि स्विगी ने अभी तक अपने Q1 के नतीजे घोषित नहीं किए हैं, लेकिन ब्लिंकिट के सकारात्मक नतीजों ने प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद इसके शेयरों को भी ऊपर उठा दिया। बाजार में निवेशक अब यह मान रहे हैं कि अगर ब्लिंकिट इतनी मजबूत वृद्धि दिखा सकता है, तो स्विगी का इंस्टामार्ट (Instamart) भी इसी तरह का प्रदर्शन कर रहा होगा या भविष्य में बेहतर करेगा। स्विगी के शेयर मंगलवार को ₹412 के स्तर तक पहुँच गए, जो एक दिन में लगभग 5% की वृद्धि दर्शाता है।
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार भी, स्विगी के शेयर मजबूत तेजी का संकेत दे रहे हैं। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 60.8 पर है, जो स्वस्थ खरीदारी गतिविधि को दर्शाता है और अभी तक ओवरबॉट (overbought) स्थिति में नहीं पहुंचा है। इसके अलावा, स्टॉक 5-दिवसीय और 150-दिवसीय सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) सहित प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो सकारात्मक रुझान को मजबूत करता है।
त्वरित वाणिज्य क्षेत्र का भविष्य: भारत में क्विक कॉमर्स सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और यह एक बड़ा बाजार बनने की ओर अग्रसर है। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का क्विक कॉमर्स बाजार 2030 तक $57 बिलियन तक पहुँच सकता है, जो पहले के अनुमान $42 बिलियन से काफी अधिक है। इस क्षेत्र में ब्लिंकिट के अलावा Zepto और Swiggy Instamart जैसे खिलाड़ी भी हैं, जिनके बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।
कंपनियां अपने डार्क स्टोर (dark stores) के नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं और ग्राहकों को 10 मिनट में डिलीवरी का वादा करके अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। ब्लिंकिट ने Q1 FY26 में 243 नए स्टोर जोड़े, जिससे कुल स्टोरों की संख्या 1,544 हो गई है। कंपनी का लक्ष्य 2025 के अंत तक 2,000 स्टोर तक पहुंचना है।
यह वृद्धि केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छोटे शहरों में भी त्वरित वाणिज्य की स्वीकार्यता बढ़ रही है। ब्लिंकिट के CEO अल्बिंदर धिंडसा ने बताया कि छोटे शहरों में भी मार्जिन आकर्षक हो सकते हैं क्योंकि वहां परिचालन लागत कम होती है।
चुनौतियाँ और आगे की राह: हालांकि, इस क्षेत्र में अभी भी कुछ चुनौतियाँ हैं, खासकर लाभप्रदता को लेकर। कंपनियों को अपने विशाल विस्तार के लिए भारी निवेश करना पड़ रहा है, जिससे अक्सर नुकसान भी होता है। प्रतिस्पर्धी माहौल भी काफी तीव्र है, और नए खिलाड़ियों का प्रवेश होता रहता है। लेकिन ब्लिंकिट के Q1 नतीजों ने यह आशा जगाई है कि पैमाने और परिचालन दक्षता में सुधार के साथ, त्वरित वाणिज्य कंपनियाँ भविष्य में लाभदायक बन सकती हैं।
संक्षेप में, ब्लिंकिट के मजबूत नतीजों ने त्वरित वाणिज्य क्षेत्र में निवेशकों की धारणा को पूरी तरह बदल दिया है, जिससे स्विगी जैसे खिलाड़ियों को भी फायदा मिल रहा है। यह दर्शाता है कि भारतीय उपभोक्ता अपने दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए त्वरित और सुविधाजनक डिलीवरी समाधानों पर तेजी से निर्भर हो रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं।